योगी सरकार आने के बाद से मेरठ जोन में मंगलवार को एनकाउंटर की हाफ सेंचुरी हो गई। मुठभेड़ में बदमाशों के पैरों में गोली लगने का आंकड़ा एक हजार के करीब है। प्रदेश में अन्य सात जोन लखनऊ, बरेली, आगरा, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर एनकाउंटर के मामले में काफी पीछे हैं। मुख्यमंत्री मेरठ जोन पुलिस की पीठ थपथपा चुके हैं।
प्रदेश में 2017 में भाजपा की सरकार बनी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला अपराध पर ज्यादा फोकस रखा। कैराना पलायन को लेकर सरकार ने नाराजगी जताई थी। इसके बाद अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया। मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर, नोएडा और गाजियाबाद में पुलिस से बदमाशों की सीधी मुठभेड़ होने लगीं। कई बदमाश पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। मेरठ जोन में यह सिलसिला जारी है।
वहीं मंगलवार को एक बार फिर हुई मुठभेड़ में चार बदमाश पुलिस ने मार गिराए। अब तक मुठभेड़ में मरने वाले बदमाशों की संख्या 51 पहुंच गई है। वहीं पैर में गोली लगने वाले बदमाशों की संख्या 945 है।