दिल्ली के रहने वाले गायक, गोविन्द झा ने बोला, "मै भगवान से मनोकामना करता हु, ऐसा समय कभी लौट कर नहीं आये, मेरे दुश्मन को भी ऐसा समय देखना ना पड़े"। उन्होंने बताया की बाकी सभी कलाकारों की तरह वह भी लगभग 6 महीने तक बेरोजगार थे। उस समय में सबको सरकार से बहुत आशा थी, पर सरकार ने हमारे लिए सोचा तक नहीं। कलाकार दुसरो की खुशियों में चार चाँद लगाने के लिए अपने गम को भूल जाते है। इस समय किसी ने कलाकारों के बारे में नहीं सोचा।
हर साल कलाकार नए वर्ष पर अच्छा काम करके कमाते है, पर इस साल कर्फ्यू की वजह से काम नहीं कर पाए और नुक्सान झेलना पड़ा। सोहन लाल सूर्यवंशी 25 साल से धार्मिक गायिकी कर रहे है, इस महामारी के बाद उन्होंने निश्चिय कर लिया है की इसके साथ साथ और कोई काम भी सीखेंगे। अब उनकी आय पहले से 90 % कम हो गयी है। उन्होंने बताया की उनके बच्चो को ऑनलाइन पढ़ाई करने में काफी परेशानिया हो रही है।
कमाई कम होने की वजह से कुछ कलाकारों को डिप्रेशन भी होने लगा है। उन्हें चिंता है की बिना कमाई के कब तक खर्च उठा पाएंगे। कुछ कलाकारों की कमाई पहले से आधी हो गयी है तो कुछ की बिलकुल खत्म। दीपक अग्निहोत्री ने भी कुछ ऐसा ही बताया, की मार्च के महीने में जब उन्हें पता लगा था की अब काम बंद हो जाएगा तो कुछ दिनों तक उन्हें डिप्रेशन रहा था। उन्हें लगा की अब पता नहीं कितने दिनों तक बेरोजगार रहना पड़ेगा।
गोविन्द बताते है की अपने परिवार में वह अकेले कमाने वाले है। उन्हें अपने घर का किराया देने में मुश्किलें हुई, साथ ही अपने बच्चे की स्कूल की फीस देने में भी दिक्कत आयी, उन्होंने बोला की बिना कमाई के कहा से फीस भरु?, स्कूल प्रशासन की तरफ से फीस के लिए बार बार फ़ोन आता है। उन्हें भी झूठी आश्वासना देनी पड़ती है।
कलाकारों ने सुझाव देते हुए कहा की सरकार को कलाकारों के लिए ऐसी कोई स्कीम निकालनी चाहिए की अगर भविष्य में कोरोना जैसा कुछ फिरसे हुआ, तो कलाकारों को भूखा ना रहना पड़े। कलाकारों को अब सरकार से कोई उम्मीद नहीं है, उनका कहना है की न ही तो राज्य सरकार ने और न ही केंद्र सरकार ने उनकी मदद की। अब कुछ महीनो से कार्यक्रम करने की इज़्ज़ज़त मिल गयी है, पर उन्हें अब कोरोना का डर सता रहा है। गायको के लिए मास्क पहनकर गाना मुमकिन नहीं है, उपर से उन्हें बिना मास्क के ऐसे माइक से गाना पड़ता है जिसको न जाने उनसे पहले और कितने लोगो ने इस्तेमाल किया होगा। ऐसे में इतने महीनो तक बेरोजगार रहने के कारण अपनी जान जोखिम में डाल के कलाकारों ने लोगो के बीच कार्यक्रम करने शुरू कर दिए है।